प्रशासन ने कर रखी थी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

फिरोजाबाद शिकोहाबाद (अब्दुल सत्तार) : लोकसभा चुनाव 2024  की मतगणना सुबह से ही शुरू हो गई थी। मतगणना को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करने के लिए प्रशासन ने पहले से ही पूरी तैयारी कर ली थी। मंडी समिति के आसपास ड्रोन कैमरे के अलावा पुलिस की भारी संख्या में तैनाती की गई थी।  पुलिस प्रशासन ड्रोन कैमरे से आसपास के क्षेत्र के निगरानी करते देखे गए।
         
वहीं दूसरी तरफ सुभाष तिराहा पर बैरिकेडिंग की गई थी जिससे कोई भी बाहरी व्यक्ति मतगणना स्थल पर न पहुंच सके।  इसके साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स की भी तैनाती की गई थी, जो बिना पहचान पत्र के किसी को भी आगे बढ़ाने नहीं दे रहे थे। इसके साथ ही मतगणना स्थल मंडी समिति के बाहर गेट पर आने वाले मतदान कर्मियों, एजेंटों  की तलाशी ली जा रही थी।  मतगणना में विभिन्न प्रत्याशियों के एजेंट सुबह साढ़े 6 बजे से ही लाइन में लगकर तलाशी के उपरांत अपने-अपने विधानसभाओं के स्थल पर जाते देखे गए। इसके  साथ ही इन लोगों से मोबाइल  के बिना ही अंदर जाने की कड़ी हिदायत लाउडस्पीकर से अनाउंस कर की गई। जिससे कि कोई भी व्यक्ति मोबाइल व तंबाकू आदि लेकर अंदर ना जाए। सुरक्षा की बात की जाए तो खुद एसपी ग्रामीण रणविजय सिंह, एसपी सिटी सर्वेश मिश्रा सुबह से ही मतगणना स्थल के बाहर अपनी पैनी नजर बनाए हुए थे। वहीं जिलाधिकारी रमेश रंजन तथा एसएसपी सौरभ दीक्षित के अलावा प्रेक्षक भी मतगणना स्थल पर सुबह से ही डेरा जमाए रहे तथा मतगणना समाप्त होने के बाद ही वहां से बाहर

प्रत्याशी चयन में अनदेखी भाजपा को पड़ी महंगी

 फिरोजाबाद शिकोहाबाद (अब्दुल सत्तार) : भारतीय जनता पार्टी द्वारा जनपद में जिस तरह से प्रत्याशी चयन में स्थानीय संगठन के साथ प्रदेश संगठन की अनदेखी की, उसका नतीजा भाजपा को पार्टी प्रत्याशी की हार से चुकाना पड़ा। प्रत्याशी की घोषणा नामांकन से मात्र एक दिन पूर्व करने और प्रत्याशी द्वारा भाजपा संगठन और आरएसएस से कोई तालमेल न बैठाने का नतीजा पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा।
चुनाव के दौरान जिस तरह से भाजपा नेताओं को फिरोजाबाद सीट को लेकर जीत की पूरी संभावना थी, वो मतगणना के दौरान धूमिल हो गई। भाजपा को इस हार से सबक जरूर लेना चाहिए और पार्टी के निचले स्तर से उच्च स्तर तक के संगठन के कार्यों की समीक्षा करनी चाहिए। इसके साथ ही भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं में भी नाराजगी रही। जो पूरे चुनाव के दौरान अपनी ढपली अपना अलाप रागते नजर आए। इसके बाबजूद पार्टी संगठन ने स्थानीय स्तर पर आकर भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में तालमेल बैठाने की कोशिश नहीं की गई। लोगों ने जमकर भितरघात भी किया। पूरे दिन प्रत्याशी के साथ रहने के बाद वोट के लिए दूसरी पार्टी के प्रत्याशी के लिए प्रचार किया। जनपद में भाजपा नेताओं की आपसी खींचतान और झगड़ों को सुलझाना होगा। तभी पार्टी अच्छा प्रदर्शन कर सकती है। हार का दूसरा फैक्टर ओवर कोन्फीडेंस भी रहा।
भाजपा के प्रदेश संगठन के साथ ही केंद्रीय संगठन को भी एसा आभास नहीं था कि देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में पार्टी का इतना खराब प्रदर्शन रहेगा। पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा भाजपा को एकबार फिर भारी पड़ी। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी के कार्यकाल में भी भाजपा के लोगों को अतिउत्साह हो गया था, जिसकी वजह से पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। वही गलती इस बार भी भाजपा ने दोहराई है। भाजपा के प्रदेश एवं केंद्रीय संगठन के पदाधिकारियों को इस पर गहनता से मंथन करना होगा। तभी भाजपा वर्ष 2027 के चुनाव में प्रदेश में भाजपा की सरकार को रिपीट कर सकती है, अन्यथा भाजपा को 2027 में भी इन नतीजों को दोहराना पड़ सकता है।

सपा के अक्षय यादव ने भाजपा के विश्वदीप सिंह को हराया

 फिरोजाबाद शिकोहाबाद (अब्दुल सत्तार) : मंगलवार को फिरोजाबाद लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव के सुपुत्र अक्षय यादव ने यह सीट भाजपा प्रत्याशी विश्वदीप सिंह को हराकर जीत ली। लोकसभा सीट जीतने के बाद सपा के कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई। नगर में ढोल नगाड़े बजा कर और मिष्ठान वितरण कर खुशी का इजहार किया।
समाजवादी पार्टी की मानी जाने वाली सीट वर्ष 2019 में भाजपा ने छीन ली थी। जिसके बाद समाजवादी पार्टी अपनी इस सीट को जीतने के लिए 2024 के चुनाव में छह माह पूर्व से ही तैयारियों में जुट गई थी। सपा के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव ने अपना पूरा समय क्षेत्र में दिया। इस दौरान उन्होंने गांव-गांव जाकर लोगों से बैठकें कर सपा प्रत्याशी अक्षय यादव को जिताने के लिए दिन रात एक किया। आज चुनाव परिणाम आने के बाद उनकी मेहनत रंग लाई। वहीं सपा प्रत्याशी अक्षय यादव ने भी पार्टी के कार्यकर्ताओं को साथ लेकर क्षेत्र में जमकर प्रचार प्रसार किया था। पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी एक जुट होकर पार्टी प्रत्याशी को जिताने के लिए दिन रात एक कर दिया था। पूरी पार्टी एक टीम भावना से लड़ी और उसने जीत हासिल की। सपा के प्रत्याशी अक्षय यादव ने यह सीट 89185 वोट से जीत ली। सपा के अक्षय यादव को कुल मत 541689 मिले जबकि उनके प्रतिद्वंदी भाजपा के विश्वदीप को 452504 मत मिले। वहीं बसपा के प्रत्याशी चौधरी बसीर अहमद को 90844 वोट मिले। समाजवादी पार्टी ने पहले ही राउंड से बढ़त बनाई जो दूसरे राउंड में पीछे रह गए। इसके बाद जब बढ़त हासिल की तो सपा प्रत्याशी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। जीत के बाद सपा प्रत्याशी अक्षय यादव ने जनपद के सभी मतदाताओं का आभार व्यक्त किया है।
न्यूज़ को अभी शेयर करें

Leave a Comment