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फिरोजाबाद। ब्यूरो रिपोर्ट (रीना खान) जिले में आपने सुना होगा ऑपरेशन जागृति, इससे पहले भी ये अभियान चलाया गया था। आखिर क्यों चलाया जा रहा है ऑपरेशन जागृति, आखिर क्यों जरूरत पड़ी ऑपरेशन जागृति की। और फेस वन के बाद अब फेस टू आखिर क्यों चलाया गया। वहीं पूरे जिले भर की पुलिस पूरे दमखम से ऑपरेशन जागृति के उद्देश्य को पूरा करने में पहले भी जुटी दिखी और एक बार फिर अब ऑपरेशन जागृति फेस टू को सफल बनाने के लिए भरकस प्रयास करने में जुटी दिखाई दी। आखिर हमारे समाज में ऐसा क्या हुआ जो आज हमें ऑपरेशन जागृति की आवश्यकता हुई और क्यों पूरे प्रदेश में ना चलाकर सिर्फ आगरा मंडल में ही चलाया जा रहा है ऑपरेशन जागृति कौन है इसका जन्मदाता, किसने की इसकी शुरुआत।
तो आज हम आपको इन्हीं सब सवालों के जवाब देंगे और आपको बताएंगे ऑपरेशन जागृति की अहमियत और इससे होने वाले फायदे।
तो बता दे ऑपरेशन जागृति की जन्मदाता और इसकी जननी अपर पुलिस महानिदेशक आगरा जोन आगरा अनुपम कुलश्रेष्ठ हैं। उन्होंने जब आगरा जोन आगरा का पदभार ग्रहण किया तो देखा की महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों की संख्या और उनके मुकदमों की संख्या काफी अत्यधिक दिखी। तो उन्होंने आगरा मंडल में समीक्षा करने के बाद जांच पड़ताल करने के बाद ये पाया कि महिलाओं द्वारा दर्ज कराए जाने वाले ज्यादातर मुकदमें आपसी परिवार की रंजिश या पुरुषों के बीच का विवाद जैसे अन्य षड्यंत्र से जुड़े हैं, और महिलाओं को मोहरा बना कर लिखाए जाते हैं ये झूठे मुकदमें।
फिर उन्होंने एक महिला होने के नाते झूठे मुकदमों से महिलाओं को होने वाली सामाजिक पीड़ा को समझा और एक जंग छेड़ दी एक अभियान चला दिया कि समाज में लाना है परिवर्तन और बदलना है महिलाओं की सोच को सकारात्मक ऊर्जा का संचार करना है महिलाओं और बेटियो के अंदर। तो समूचे आगरा मंडल में शुरू कर दिया ऑपरेशन जागृति
इस जागृति ऑपरेशन से कई अन्य लाभ भी होना शुरू हो गए जैसे पुलिस और जनमानस के बीच की दूरी को भी दूर किया गया। एक दूसरे से संवाद स्थापित होने लगा पुलिस अधिकारी और पब्लिक एक दूसरे के करीब आने लगी। एक सबसे बड़ा फायदा ऑपरेशन जागृति का जनमानस को कानून की जानकारी मिलने का हुआ। साइबर जैसे अपराधों के बारे में जागरूकता का विस्तार हुआ। घरेलू मामलों को भी जागृति के कार्यक्रमों में निपटाया जाने लगा। बालश्रम, बाल अपराध के बारे में जागरूकता फैलना शुरू हो गई। इसके अलावा और भी कई अन्य छोटे बड़े फायदे होना शुरू हो गए।
वहीं ऑपरेशन जागृति फेस वन के दौरान महिलाओं से जुड़े अपराधों के मुकदमों में एकाएक कमी भी देखने के लिए मिली शायद इसीलिए जागृति फेस टू का शुभारंभ किया गया।
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इस दौरान आगरा जॉन आगरा की सोच उनके विचार उनके द्वारा सशक्त बेटियां सुरक्षित महिलाओ के मिशन में पुलिस का सहयोग करने के लिए समाजसेवी संस्था, समाजसेवी लोग एवं शहर के प्रबुद्धजन साथ आए और एक सकारात्मक ऊर्जा वाला समाज बनाने में जुट गए। और आज ऑपरेशन जागृति का फेस टू अपने अंतिम पड़ाव की ओर है लेकिन हमारे जनपद फिरोजाबाद में जागृति का असर देखने के लिए मिल रहा है क्योंकि महिलाओं द्वारा दर्ज कराए जा रहे मुकदमों में एकाएक कमी के साथ लोग कानून के प्रति जागरूक हुए और पुलिस पब्लिक के बीच की दूरी भी कम हुई। तो यह थी पूरे ऑपरेशन जागृति के पीछे का महत्व।
फिल्हाल बता दें ऑपरेशन जागृति द्वारा फिरोजाबाद में प्रतिदिन हर थाना क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाकर आमजन को जागरूक किया जा रहा है।
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पांच साल बीत जाने के बाद भी नही किया विप्रा ने वादा पूरा
फिरोजाबाद। ब्यूरो रिपोर्ट (रीना खान) ज़िले में विकास प्राधिकरण सवालों के घेरे में, परिवारों को बसाने की आस में खड़े खड़े हाफ रहे प्रधानमंत्री आवास।
बताते चलें 2022 में आवंटन का किया था वादा, 2024 भी अपने अंतिम पड़ाव पर लेकिन नहीं दिख रहा कोई आसरा।
जी हां हम बात कर रहे है फिरोजाबाद शिकोहाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा तैयार कराई जा रही उसायनी स्थित 568 प्रधानमंत्री आवासों की, जो योजना 2019 में शुरू हुई थी और आज पांच साल बीत जाने के बाद भी परिवारों को नहीं मिल सके ये भवन, जबकि जानकारी के अनुसार विप्रा सभी निर्माण हुए भवनों की बिक्री भी कर चुका है और लाभार्थियों से पांच हजार से लेकर पचास हजार की रकम भी वसूली जा चुका है। लेकिन पांच साल बीत जाने के बाद भी भवन की आस 568 परिवारों के सपने आज भी अधूरे साबित हो रहे हैं। वहीं कुछ लाभार्थियों का तो ये भी कहना जो धनराशि किस्तों में देनी है उसके लिए विप्रा द्वारा लाभार्थियों के पास फोन कर किस्तों की मांग भी की जाती है, लेकिन विप्रा आवास आवंटन के लिए कोई संतुष्ट जवाब नहीं देता।
वही फिरोजाबाद शिकोहाबाद विकास प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना पानी की टंकी और बिजली फिटिंग का कार्य शेष रह गया है यह कार्य हो जाने के बाद आवास लाभार्थियों को आवंटित कर दिए जायेंगे।
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सीएम डैशबोर्ड की योजनाओं की प्रगति पर डीएम की कई विभागों को फटकार
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फिरोजाबाद। ब्यूरो रिपोर्ट (रीना खान) सोमवार को जिलाधिकारी रमेश रंजन की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में सीएम डैशबोर्ड पर विभागीय योजनाऐं, विकास कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस दौरान डीएम ने स्पष्ट कहा कि जो अधिकारी सरकारी योजनाओं व विकास कार्यों में शिथिलता व लापरवाही बरतेंगे, उनके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही के लिए शासन को लिखा जाएगा। उन्होने समीक्षा के दौरान विभागीय योजनाओं, कार्यक्रमों की खराब प्रगति व कार्य में शिथिलता, लापरवाही बरतने पर विद्युत ग्रामीण, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, एक्स ई एन जल निगम, जिला पंचायत राज अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी, सिंचाई, जिला प्रावेशन अधिकारी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए नोटिस जारी कर कार्यवाही करने के मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए।
डीएम ने कडे़ शब्दों में कहा कि सभी कार्यदायीं संस्थाऐं अपने-अपने निर्माण कार्यों को समय सीमा के अन्तर्गत गुणवत्तापूर्ण पूरा कराएं। उन्होने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण कार्याें को मौके पर जाकर एवं उसकी गुणवत्ता की जांच करना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ राम बदन राम, डीएसटीओ एके दीक्षित, सहित सभी विभागीय अधिकारी व कार्यदायीं संस्थाओं के प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहें।